क्या आप, खुद को, दूसरों से कम समझते हैं। आत्मविश्वास खत्म हो गया है और हीन भावना से इतना भर चुके हैं, कि अब आपने भी इस बात को स्वीकार कर लिया हैं कि आप किसी काम के नहीं रहे। आज की हमारी यह कहानी, आपको खुद से प्रेम करना सिखा देगी, और उसके बाद, पूरी दुनिया आपको पहचानेगी। एक मोटिवेशनल स्पीकर, ने लोगों को 20 डॉलर का नोट, दिखाकर अपना सेमिनार शुरू किया। उसने लोगों से पूछा "आप में से कौन इसे पाना चाहता है?" लगभग सभी लोगों ने, अपने हाथ, ऊपर उठा कर कहा- मुझे चाहिए। ।
स्पीकर के चेहरे पर एक रहस्यमयी मुस्कान थी। उसने कागज के नोट को तोड़-मरोड़ कर, फिर से भीड़ को दिखाते हुए, अपना सवाल दोहराया। दोबारा, सबने हाथ खड़े कर दिए। फिर उसने पैसे को जमीन पर फैंका और उसे पैर के नीचे कुचल दिया। और उसे उठाकर, दोबारा लोगों को पूछा क्या अब भी, आपको यह चाहिए। नोट गंदा हो चुका था, यह देखने के बाद भी, लोगों ने उसे लेने में दिलचस्पी दिखाई। तब उस स्पीकर ने कहा कि- “मैंने इस पैसे के साथ चाहे कुछ भी किया, लेकिन अब भी, आप सब इसे लेना चाहते हैं। क्योंकि अब भी इसकी वैल्यू, वही है, जो पहले थी। हां, पहले की तरह, बिलकुल नया नहीं दिख रहा, लेकिन अब भी आप इससे, वो सब चीजें खरीद सकते हैं, जो पहले खरीद सकते थे।
आप भी इस नोट की तरह हैं। जिंदगी में, ऐसे लोग या कई ऐसी परिस्थितियां आएंगी, जो आपको तोड़ कर रख देंगी। आपको कुचलने की कोशिश करेंगी। लेकिन याद रखें, इससे आपकी वैल्यू कम नहीं होती। खुद को इन्फीरियर मत दिखाओ। खुद को स्वीकार करें, दूसरों के साथ अपनी तुलना न करें। अपने ऊपर भरोसा रखें। दुनिया को जीतने वाले, अगले इनसान, आप भी हो सकते हैं।